Shani Jayanti 2023 : शनि जयंती पर बनने वाले हैं खास संयोग एक काम करने से मिलेगी शनिकृपा

By | May 17, 2023
Shani jayanti Shani jayamti kab hai

Shani Jayanti 2023 : इस वर्ष शनि जयंती 19 मई को मनायी जानी हैं। ज्येष्ठ अमावस्या के कृष्ण पक्ष के तिथि पर शनि जयंती मनाई जाती है इस दिन ज्येष्ठ अमावस्या और वट सावित्री व्रत का त्योहार भी एक साथ मनाया जाएगा। शनि जयंती का अर्थ है भगवान शनिदेव का जन्मदिन। भगवान शनि देव सूर्य के पुत्र है इसलिए उन्हें सूर्यपुत्र भी कहा जाता है शनि देव देवों के न्यायाधीश और कर्मफलदाता और उन्हें दंडाधिकारी भी कहा जाता है। हमारे धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस तरह की मान्यता है कि जिसके ऊपर शनिदेव कुपित हो जाते हैं वह व्यक्ति राजा से रंक बन सकता है। अगर आपको शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं तो इस दिन शनि देव के लिए व्रत और उनकी विशेष पूजा जरूर करें। 

क्या है शनि जयंती पर शुभ योग (Shani Jayanti 2023 Ke Shubh Yog)

इस वर्ष शनि जयंती बेहद ही महत्वपूर्ण और खास मानी जा रही है। इस बार शनि जयंती के दिन शोभन योग का निर्माण हो रहा है। यह तो बस योग 18 मई को शाम 7:37 से लेकर 19 मई को शाम 6:17 तक रहेगा। वहीं इस बार शनि जयंती के दिन चंद्रमा गुरु के साथ मेष राशि में विराजमान होंगे, जिससे गजकेसरी योग का निर्माण होगा शनि अपनी कुंभ राशि में विराजमान होकर ऐसा योग का निर्माण करने वाले हैं, इसलिए शनि जयंती इस बार बहुत ही महत्वपूर्ण है।

शनि जयंती 2023 शुभ मुहूर्त (Shani jayanti 2023 Shubh Muhurat)

शनि जंयती – 19 मई 2023, शुक्रवार 

अमावस्या तिथि प्रारंभ – मई 18, 2023 को रात 09 बजकर 42 मिनट से 

अमावस्या तिथि समाप्त – मई 19, 2023 को रात 09 बजकर 22 मिनट तक

शनि जयंती 2023 पूजन विधि (Shani jayanti 2023 Pujan vidhi) 

दोस्तों, वैसे तो हमें शनिदेव की हमेशा पूजा-अर्चना करनी चाहिए लेकिन शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा अर्चना करने का बहुत ही विशेष महत्व है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कार्य कर ले। शनि देव की मूर्ति पर तेल अवश्य चढ़ाए फूल माला और प्रसादी भी उन्हें अर्पित करें भगवान शनि देव के चरणों में काले उड़द और तिल का तेल चढ़ाएं और तिल भी चढ़ाए इसके बाद तेल का दीपक जलाकर शनि चालीसा का पाठ जरूर ही करें। इस दिन व्रत करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होगी शनि जयंती के दिन किसी भी गरीब व्यक्ति को आप भोजन कराएं आपके लिए बहुत ही सुखदाई होगा। 

हमारे धार्मिक ग्रंथों की मान्यता है इस दिन दान पुण्य करने से जीवन के सभी संकट दूर हो जाते हैं कई लोग शनिदेव को लेकर बहुत डर जाते हैं। और कई ऐसी धारणा लोगों के मन में बनी हुई है कि शनिदेव सिर्फ लोगों का बुरा करते हैं, लेकिन सत्य बिल्कुल इससे अलग है शास्त्रों के अनुसार शनिदेव व्यक्ति के कर्मों के अनुसार ही उनकी सजा तय करते हैं और शनि की साढ़े साती कहे या शनि ढैय्या मनुष्य के कर्म के आधार पर ही उसके जीवन में आती है या उसे उसका फल देती है। 

शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

हिंदू धर्म में शास्त्रों के अनुसार शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्र का होना बताया गया है। इन मंत्र के जाप से शनिदेव अवश्य ही प्रसन्न होंगे और आपके सारे संकट हर लेंगे तो हम आपको बताते हैं। उपाय शनि जयंती की शाम को पश्चिम दिशा की ओर एक दीपक अवश्य जलाएं इसके बाद “ऊं शं अभयहस्ताय नमः” का जाप करें और लगभग आपको कम से कम 11 माला “ऊं शं शनैश्चराय नमः” कि करना ही है। इसके अलावा आप ” ऊं नीलांजनसमाभामसं रविपुत्रं यमाग्रजं छायामार्त्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम” मंत्र का जाप करने से भी शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं।

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