Hanumanji Ke Naam : कहते है की इस कलियुग में हनुमानजी एक मात्र जाग्रत देवता है जो समय – समय पर अपने भक्तो के कष्टों को हरते रहते है और अपने भक्तो को अपने होने के प्रमाण देते है। मंगलवार का दिन हनुमानजी को समर्पित दिन होता हैं। मंगलवार के दिन लोग अपने ज्योतिषी और राशि के अनुसार हनुमानजी के मंदिर में उपाय करने के साथ साथ अगर व्यक्ति हनुमानजी के 12 नाम (Hanumanji ke Naam) का जप करता है तो उसे हनुमान जी की कृपा अवश्य ही प्राप्त होती है।
जल्द प्रसन्न होते है श्री हनुमान जी
पुराणों के अनुसार महाबली हनुमानजी अजर – अमर है। अपने भक्तो पर शीघ्र ही कृपा करने वाले देव है। त्रेता युग से लेकर कलियुग तक हनुमानजी हर युग में अपने होने और भक्तो के कष्ट हरने का प्रमाण देते है। यदि मनुष्य शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी के 12 नाम (Hanumanji ke Naam) जप करे तो प्रभु अपने भक्तो को जरूर ही सभी कष्टों और दुखो से दूर करते है।
हनुमान जी चालीसा के अनुसार
तुलसीदासजी ने हनुमान चालीसा में हनुमानजी के गुणों और भक्त वत्सलता का बहुत ही बढ़िया वर्णन किया है। जैसे “संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरे हनुमत बलवीरा” ये बहुत सत्य है की जो हनुमानजी के नाम का सुमिरन करता है उसके सभी संकट हनुमान जी हर लेते है।
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॥ श्री हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र ॥ (Hanumandwadashnaam Strotam)
हनुमानञ्जनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल: ।
रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम: ॥
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:।
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा ॥
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन: ।
स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत् ॥
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्।
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन ॥
हनुमानद्वादशनाम स्त्रोत्र के अनुसार हनुमानजी के Hanumanji Ke Naam नाम कुछ इस तरह है।
- ॐ हनुमान
- ॐ अंजनीसुत
- ॐ वायुपुत्र
- ॐ महाबल
- ॐ रामेष्टः
- ॐ फाल्गुनसखा
- ॐ पिंगाक्ष
- ॐ अमित विक्रम
- ॐ उदधिक्रमण
- ॐ सीता शोक विनाशन
- ॐ लक्ष्मण प्राण दाता
- ॐ दशग्रीव दर्पहा
कैसे और कब करे Hanumanji Ke Naam नामो का जप
- सुबह उठते ही हस्त दर्शन के बाद पहले हनुमानजी के इन नामो का जप करे।
- रात में सोने से पहले इन 12 (Hanumanji ke Naam) नामो का जप करे।
- किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले आप इन 12 हनुमान नामो (Hanumanji ke Naam) का जप करे।
- किसी यात्रा पर जाने से पहले आप इन 12 हनुमान नामों (Hanumanji ke Naam) का जप करे।
- पीले कागज़ ओर इन 12 नामो (Hanumanji ke Naam) को लिख कर अपने घर के दरवाज़े या पूजा घर में रखे।
- भोजपत्र पर अष्टगंध से इन 12 नामो (Hanumanji ke Naam) को लिख कर आप कंठ माला भी बना सकते है।
हनुमानजी के मंत्र
हनुमानजी को प्रसन्न करने के लिए आप बताये गए मंत्रो को भी सिद्ध कर सकते है। लेकिन याद रहे आप इन मंत्रो को सिद्ध करने के लिए हमेशा बताये गए नियमो का पालन करें।
1. ‘ॐ हं हनुमते नम:।’
अगर आप न्यायलय और अन्य क़ानूनी मुसीबत के समय जप कर सकते है।
2. ‘ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्।’
शत्रु से भय और जान जाने या लूट जाने का डर हो तो इस मंत्र को सिद्ध करके जप करे।
3. ‘ॐ हं पवननन्दनाय स्वाहा।’
हनुमानजी के दर्शन और भी सुलभ और आसान करने के लिए आप इस मंत्र को सिद्ध करे और जप करे।
5. ‘ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।’
रोगों से छुटकारे के लिए आप इस मंत्र को सिद्ध करके जप कर सकते है।
6. ‘ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।’
जीवन में सुख और शांति के लिए आप इस मंत्र को सिद्ध करके जप कर सकते है।
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