Google search engine
Homeब्लॉगQuiz On Lord Ram : क्या आप जानते हैं भगवान श्री राम...

Quiz On Lord Ram : क्या आप जानते हैं भगवान श्री राम जुड़े इन 24 सवालो के जवाब

Quiz On Shri Ram : दोस्तों, भगवान श्री राम का नाम हम सभी दिन में एक बार तो लेते ही होंगे। TV और Youtube के जरिये हमने कई बार रामायण और रामचरितमानस की कथाये देखी होगी लेकिन नीचे जुड़े सवालो के जवाब आप लोगो में से बहुत ही कम लोग जानते है।

Quiz on Shri Ram, Bhagwan Ram se jude sawal, Bhagwan Ram se jude jawab, Lord Ram, Fun Facts about Lord Rama, Quiz on the Life of Lord Rama

Rudraksh Types & Benefits

इस सवाल – जवाब में हमने रामायण के बाल कांड तक सवाल और जवाब दिए है। जिसमे भगवान राम जन्म से लेकर विवाह के बाद अयोध्या वापस आने तक के सवाल और जवाब है। हम कोशिश करेंगे आपको भगवान राम से जुड़े(Quiz of Shri Ram) लगभग हर सवाल का जवाब दे।

Guru Purnima 2024

Table of Contents

Quiz On Shri Ram : तो जानिये सवालो के जवाब

सवाल 1 : भगवान श्री हरि विष्णु के कौनसे अवतार थे भगवान श्री राम ?

जवाब : Lord Shri Ram को भगवान विष्णु के 10 अवतारों में 7वां अवतार माना जाता है।

सवाल 2 : भगवान श्री राम ने कौन-से युग में जन्म लिया था ?

जवाब : भगवान श्री राम का जन्म त्रेतायुग में हुआ था। 

सवाल 3 : भगवान श्री राम का जन्म किस वंश में हुआ ?

जवाब : भगवान श्री राम का जन्म सूर्यवंश में हुआ इसलिए भगवान राम को सूर्यवंशी भी कहते है और कई बार इश्वाकु वंशी भी कहा जाता है। 

सवाल 4 : भगवान श्री राम के जन्म की तिथि क्या है ?

जवाब : वाल्मीकि लिखते हैं कि चैत्र मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथी को पुनर्वसु नक्षत्र और कर्क लग्न में कौशल्यादेवी ने दिव्य लक्षणों से युक्त सर्वलोकवन्दित श्री राम को जन्म दिया। वाल्मीकि कहते हैं कि जिस समय प्रभु श्री राम का जन्म हुआ उस समय पांच ग्रह अपनी उच्चतम स्थिति में थे।
वाल्मीकि के अनुसार श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी तिथि एवं पुनर्वसु नक्षत्र में जब पांच ग्रह अपने उच्च स्थान में थे तब हुआ था। इस प्रकार सूर्य मेष में 10 डिग्री, मंगल मकर में 28 डिग्री, ब्रहस्पति कर्क में 5 डिग्री पर, शुक्र मीन में 27 डिग्री पर एवं शनि तुला राशि में 20 डिग्री पर था। (बाल कांड 18/श्लोक 8, 9)। 

सवाल 5 : भगवान श्री राम के जन्म की तारीख और समय क्या था?

जवाब : “यूनीक एग्जीबिशन ऑन कल्चरल कॉन्टिन्यूटी फ्रॉम ऋग्वेद टू रोबॉटिक्स” नाम की इस एग्जीबिशन में प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार भगवान राम का जन्म 10 जनवरी, 5114 ईसापूर्व सुबह 12 बजकर 5 मिनट पर हुआ पर हुआ था।

सवाल 6 : भगवान श्री राम का जन्म कहाँ हुआ था ?

जवाब : भगवान श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था ?

सवाल 7 : भगवान श्री राम के पिता का नाम क्या है ?

जवाब : अयोध्या के राजा दशरथ के प्रथम पुत्र के रूप में प्रभु राम का जन्म हुआ। 

सवाल 8 : भगवान श्री राम की माता का नाम क्या है ?

भगवान श्री राम को माता कौशल्या ने जन्म दिया। परन्तु भगवान श्री राम, माता कैकई और माता सुमित्रा से समान प्रेम करते थे।

सवाल 9 : भगवान श्री राम का नामकरण किसने किया था ?

जवाब : Lord Ram के कुलगुरु ऋषि वशिष्ट ने प्रभु राम का नामकरण किया था। 

सवाल 10 : राम नाम का अर्थ ?

जवाब : राम ( Ram ) नाम का अर्थ महर्षि वशिष्ठ के अनुसार, राम शब्द दो बीजाणुओं (बिजक्षरा) – अग्नि बीज और अमृत बीज से बना है। यह मन, शरीर और आत्मा को शक्ति प्रदान करते हैं।

सवाल 11 : भगवान श्री राम के भाई और बहन के नाम क्या है ?

जवाब : भगवान श्री राम (shri Ram) के भाइयों के नाम है भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न और उनकी दो बहने भी थी एक का नाम शांता और दूसरी बहन कुकबि (बहुत कम उल्लेख मिलता हैं इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं हैं) नाम की थी।

सवाल 12 : क्या थी बालक राम की शिक्षा आरम्भ करने और यज्ञोपवीत की तिथि ?

जवाब : बालक राम का यज्ञोपवित और शिक्षा आरम्भ करने की तिथि वसंत पंचमी थी, क्यों की वसंत पंचमी विद्या की देवी सरस्वती को पूजने का दिन होता है। 

सवाल 13 : श्री राम के गुरु कौन थे और उन्होंने कहा शिक्षा ली थी ?

जवाब : भगवान श्री राम के गुरु इश्वाकु कुल के कुलगुरु महर्षि वशिष्ट थे। कुछ शोध के दौरान हमें उनके दो जगह आश्रम होना पता चला है। हमने आपकी जानकारी के लिए दोनों जगह का वर्णन किया है। 
1.  गौमुख ~ माउंट आबू ~ राजस्थान 
माउंट आबू कई ऋषियों और संतों का घर रहा है। उनमें से सबसे प्रसिद्ध ऋषि वशिष्ठ थे, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने पृथ्वी को राक्षसों से बचाने के लिए ‘यज्ञ’ या अग्नि यज्ञ करके अग्नि-कुंड से चार अग्निकुला राजपूत वंशों का निर्माण किया था। यज्ञ को आबू के नीचे स्थित एक प्राकृतिक झरने के पास किया गया था, जो एक गाय के सिर के आकार की चट्टान से निकल रहा था और इसलिए इस स्थल को गौमुख कहा जाता था।
श्री वशिष्ठ आश्रम माउंट आबू में बस स्टैंड से लगभग छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पवित्र नदी सरस्वती गंगा भारत के दो महान ऋषि विश्वामित्र और वशिष्ठ के प्राचीन काल से यहां बहती रही है।
जैसा कि किंवदंती है, एक बार, जब दो ऋषि महर्षि वशिष्ट और ऋषि विश्वामित्र आध्यात्मिक बहस में लगे हुए थे, पवित्र सरस्वती ने वशिष्ठ का समर्थन करने के लिए चुना। इससे विश्वामित्र क्रोधित हो गए जिन्होंने नदी को यह कहकर श्राप दे दिया कि “तुम्हारा प्रवाह हमेशा रक्तरंजित और अपवित्र रहेगा” और ऐसा ही हुआ। निराश सरस्वती सभी देवी-देवताओं के पास गईं लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। अंत में वह वशिष्ठ के पास पहुंची और प्रार्थना की, “हे ऋषि! मैंने यह स्थिति प्राप्त की है, क्योंकि मैंने आपका पक्ष लिया था। इसलिए कृपया मेरी मदद करें और मेरी पवित्रता को बहाल करें।”
इस पर वशिष्ठ ने उत्तर दिया, हे देवी! मेरे पैर छूकर मेरे आश्रम के निकट प्रवाहित हो जाओ और तुम पवित्र हो जाओगे।” उस समय से, सरस्वती नदी इस आश्रम में अंतहीन रूप से बहती रही है।

2.  बशिष्ट आश्रम ~ गुवाहाटी  ~ असम 
वशिष्ठ आश्रम असम की राजधानी गुवाहाटी से लगभग 15 किलोमीटर दक्षिण की दूरी पर स्थित है। यह एक मनमोहक जगह है जो देखने लायक है। इस शांत स्थान का नाम ऋषि वशिष्ठ के नाम पर रखा गया था। महाकाव्य रामायण के अनुसार, वशिष्ठ राम के शिक्षक और गुरु थे, जिन्होंने उन्हें शिक्षा प्रदान की और उनकी परवरिश का मार्गदर्शन किया। लोगों का मानना ​​है कि रामायण काल ​​में इस ऋषि वशिष्ठ का आश्रम इसी स्थान पर था। इसलिए लोगों की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थान का बहुत महत्व है। महान संत को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए और इस रिट्रीट की शांति और शांति का अनुभव करने के लिए देश भर से कई भक्त यहां आते हैं। वशिष्ठ आश्रम का एक सुंदर स्थान है। यह प्राकृतिक परिवेश के बीच में स्थित है। इस सुरम्य स्थान के पास ही तीन धाराएँ बहती हैं। इन तीनों नदियों के नाम ललिता, कांता और संध्या हैं। इस अद्भुत स्थान के कारण पर्यटकों का भी इस आश्रम में आना-जाना लगा रहता है। भक्तों और तीर्थयात्रियों के अलावा, आप कई आम पर्यटकों को भी इस खूबसूरत जगह पर आते हुए पाएंगे। 
असम राज्य में गुवाहाटी नगर के दिसपुर उपनगर में स्थित एक शिव मंदिर है. मान्यता है कि वैदिक काल में महऋषि वशिष्ठ ने इस शिव को समर्पित मंदिर की स्थापना की थी और यहाँ उनका आश्रम था। भारत के एक और राज्य मेघालय की सीमा के करीब है। यहाँ से कई और जलधाराएँ आती हैं जिनके किनारे पर  मंदिर व आश्रम स्थित है।

सवाल 14 : बालक राम ने आश्रम में कौन कौन सी विद्या ग्रहण की ?

जवाब : वेद – वेदांत, स्मृति, उपनिषद, खगोल, ज्योतिष, गणित, संगीत, राजनीति, धर्मनीति, अर्थ शास्त्र, समाज शास्त्र,  योग विद्या और शस्त्र विद्या आदि और कई विद्याओं का ज्ञान पाया। 

सवाल 15 : ब्रम्हऋषि विश्वामित्र के साथ यज्ञ रक्षा के लिए जाते समय श्री राम की आयु क्या थी?

जवाब : लगभग 21 – 22 वर्ष होने का अनुमान हैं।

सवाल 16 : ब्रम्हऋषि विश्वामित्र ने सबसे पहले श्री रामचंद्र को कौनसी विद्या दी और उन विद्या से क्या होता था ?

जवाब : विश्वामित्रजी ने सबसे पहले श्री रामचंद्र को बला और अतिबला नाम की विद्या दी। आपको अधिक जानकारी के लिए हमने रामायण की उन श्लोको का हिंदी अनुवाद किया है जहा ऋषि ने श्री राम को इन विद्याओ की जानकारी दी थी। 
अर्थात् हे राम ! बला और अतिबला विद्द्याएँ प्राप्त करने पर थकान या ज्वर कभी नहीं होगा. तुम्हारे स्वरूप में कभी कोई अंतर नहीं आएगा और नींद में या असावधान रहने पर भी कोई राक्षस तुम्हारे पास फटक नहीं सकेगा।  बाहुबल में तुमसे समानता रखनेवाला आज पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति नहीं है. इस विद्द्या के कारण तीनों लोकों में भी कोई तुम्हारी बराबरी नहीं कर सकेगा। 

हे राघव ! इन विद्द्याओं का जब तुम पठन करने लगोगे तो भाग्य, सहजता, ज्ञान, ऐहिक विषय और प्रत्युत्पन्नमति इस सारे संसार में तुम्हारे समकक्ष कोई भी नहीं रहेगा. हे राम! बला और अतिबला विद्द्याओं से संपन्न होने पर तुम सभी दृष्टियों से अतुलनीय हो जाओगे ये दोनों विद्दाएँ संसार के सभी प्रकार के ज्ञान का उद्गम स्थान हैं।

हे पुरूषोत्तम राम, तुम्हें भूख और प्यास कभी नहीं सताएगी। हे राघव ये दोनों विद्दाएँ संसार में तुम्हारी कीर्ति को अमर कर देंगी। ये तेजोमय विद्दाएँ ब्रह्मा की कन्याएँ हैं. हे काकुत्स्थ, तुम ही इन विद्द्याओं को प्राप्त करने के लिए योग्य व समर्थ हो, क्योंकि इनको स्वीकार कर इन्हें धारण करने के लिए जो गुण और योग्यताएँ होनी चाहिए, वे सब तुम्हारे पास हैं. तपस्या से समन्वित होने पर ये विद्द्याएँ तुम्हारे लिए फल देनेवाली सिद्ध होंगी। 

सवाल 17 : भगवान श्री राम ने वन में सबसे पहले किस राक्षसी का वध किया था ?

जवाब : भगवान श्री राम ( Lord Shri Ram ) ने सबसे पहले वन में ताड़का नाम की राक्षसी का वध किया था। 

सवाल 18 : गुरु विश्वामित्र से श्री राम को कौन कौन से दिव्यास्त्र और अलभ्य अस्त्र दिये ?

जवाब : दण्डचक्र, कालचक्र, विष्णुचक्र, इन्द्रास्त्र, वज्रास्त्र, महादेवस्त्र(शिवजी का शूल), ब्रम्हाशीर, एपिक, ब्रम्हास्त्र, मोदकी गदा, शिखर गदा, धर्मपाश, कालपाश शस्त्र, वरुणपाश, शुष्क और अशनी वज्र, पिनाक के साथ नारायणास्त्र, आग्नेयास्त्र, वायव्यस्त्र, हयशिरस्त्र, क्रौंचअस्त्र। राक्षसों द्वारा उपयोग किये जाने वाले कंकाल मुसल, घोर कपाल किंकिण, राक्षसों को मारने वाले विद्याधरस्त्र, नंदन नाम की एक अद्भुत तलवार, गंधर्वास्त्र, मानवास्त्र, प्रस्वापन, प्रशमन, सौर, दर्पण, सन्तापन, विलापन, कंदर्प देवता का दूर्धप, मदनास्त्र पैशाचास्त्र, मोहनास्त्र, तामस, महाबली सौमन, संवर्त, दूर्धषर्र, मौसलास्त्र, सत्यास्त्र, परमास्त्र, मायाधर, तेजप्रभ, शिशिर नामक सौमास्त्र, त्वाष्ट्रास्त्र, दारुण भागास्त्र, शीतेषु और मानव (नाम के अस्त्र), सत्यवान, सत्यकीर्ति, प्रतिहार, पराड्मुख, अवान्मुख, लक्ष्य, उपलक्ष्य नाम के अस्त्र, दृढ़नाम, मुनाभ, दशाक्ष, धृष्ट, रसभ, शतवक देशशीर्ष शतोदार, पद्मनाभ, महानाभ, दुंदनाभ, ज्योतिष, कृशन, नैराश्य, विमल, यौगन्धर, हरिद्रा, दैत्याप्रमथन, शुचिर्बाहु, महाबाहु, निष्कुली, विरूचि, सार्चिमाली ध्रितमालि, वृतिमान, रुचिर, पित्र्य, सौमनस, विधुत, मकर,  करवीरकर, धन – धान्य, कामरूप, कामरुचि, मोह आवरण, जृम्भक, सर्वनाम, संतान और वरुण नाम के अस्त्र  – शस्त्र और दिव्यास्त्रों का ज्ञान दिया 

सवाल 19 : गुरु विश्वामित्र के आश्रम का नाम क्या था?

जवाब : सिध्दाश्रम 

सवाल 20 : मारीच और सुबाहु को भगवान् राम ने यज्ञ के कौनसे दिन मारा था ?

जवाब : पांच दिन और पांच रात के पूर्ण होने पर छठे दिन दोनों का वध किया था। 

सवाल 21 : मारीच और सुबाहु को भगवान किन अस्त्रों से मारा था ?

जवाब : मारीच को मानवास्त्र, सुबाहु को आग्नेयास्त्र और बाकी की सेना को वायव्यास्त्र से मार गिराया। 

सवाल 22 : श्री राम ने कौन-से धनुष को तोडा था और किस राजा के राज्य में इस धनुष को तोडा गया था।

जवाब : श्री राम ने राजऋषि जनक के राज्य में मिथिला में भगवान शिव के पिनाक नाम के धनुष को तोडा था।

सवाल 23 : विवाह के समय भगवान श्री राम और माता सीता की उम्र क्या थीं ?

जवाब : एक दोहे के अनुमान लगाया जा सकता है की माता सीता अठारह वर्ष और प्रभु राम की उम्र सत्ताईस वर्ष थी।
दोहा : – “वर्ष अठारह की सिया, सत्ताईस के राम| कीन्हो मन अभिलाष तब, करनो है सुर काम||”

सवाल 24 : भगवान राम और माँ सीता के विवाह का मुहूर्त क्या था ?

जवाब : मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को संपन्न हुआ था

सवाल 25 : राजा जनक के कुल गुरु का नाम क्या था ?

जवाब : गुरु शतानन्द

सवाल 26 : प्रभु राम के काका ससुर का क्या नाम था ?

जवाब : कुशध्वज (जो भरत और शत्रुघ्न के ससुर थे)

सवाल 27 : भगवान राम और माँ सीता का विवाह किस पुरोहित ने करवाया था ?

जवाब : Shri Ram and Mata Sita का विवाह मिथिला के राजपुरोहित शतानन्दजी ने

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular