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Homeआरती संग्रहPowerful Giriraj Aarti 2024 : गोवर्धन या कहें गिरिराज धरण की आरती।

Powerful Giriraj Aarti 2024 : गोवर्धन या कहें गिरिराज धरण की आरती।

Giriraj Aarti in hindi जतीपुरा के राजा गिरिराज जी या कहे गोवर्धन पर्वत की आरती व पूजन महत्त्व ले कर आये हैं। गोवर्धन पर्वत की महिमा ही अपरम्पार हैं श्री कृष्ण ने बालपन में अपनी छोटी ऊगली से उठा लिया था तब से यह बहुत प्रसिद्ध हैं। हमने हमारे पिछले आर्टिकल में गिरिराज चालीसा के बारे में बताया था। आज हम गिरिराज आरती ले कर आये है।

Importance of Giriraj Aarti : गिरिराज आरती का महत्त्व

जब भी हम गिरिराज परिक्रमा करते हैं या गिरिराज भगवान की पूजा अर्चना करते हैं आरती का विशेष महत्व होता हैं।

  1. गोवर्धन पूजा बिना आरती ( Giriraj Aarti) के सम्पूर्ण नहीं मानी जाती हैं।
  2. श्री गिरिराज आरती करने से भगवान गिरिराज प्रसन्न हो जाते हैं।

Shree Giriraj ki Aarti Hindi : श्री गिरिराज आरती

Shree Giriraj Aarti Hindi : श्री गिरिराज आरती जो भी मनुष्य हिंदी भाषा में आरती व पूजन करना उचित समझते हैं उनके लिए आज हम गिरिराज आरती हिंदी में ले कर आये है जिसे पढ़ने के बाद आप भी जान जायगे की जब आप पूजन के बाद यह आरती करेंगे तो भगवान गिरिराज या कहे कृष्ण प्रसन्न हो जाएगे।

॥ श्री गिरिराज जी की आरती ॥

ओउम जय जय जय गिरिराज, स्वामी जय जय जय गिरिराज।
संकट में तुम राखौ, निज भक्तन की लाज।। ओउम जय ।।

इन्द्रादिक सब सुर मिल तुम्हरौ ध्यान धरैं।
रिषि मुनिजन यश गावें, ते भव सिन्धु तरैं।। ओउम जय ।।

सुन्दर रूप तुम्हारौ श्याम सिला सोहें।
वन उपवन लखि-लखि के भक्तन मन मोहे।। ओउम जय।।

मध्य मानसी गंग कलि के मल हरनी।
तापै दीप जलावें, उतरें वैतरनी।। ओउम जय।।

नवल अप्सरा कुण्ड सुहावन-पावन सुखकारी।
बायें राधा कुण्ड नहावें महा पापहारी।। ओउम जय।।

तुम्ही मुक्ति के दाता कलियुग के स्वामी।
दीनन के हो रक्षक प्रभु अन्तरयामी।। ओउम जय।।

हम हैं शरण तुम्हारी, गिरिवर गिरधारी।
देवकीनन्दन कृपा करो, हे भक्तन हितकारी।। ओउम जय।।

जो नर दे परिकम्मा पूजन पाठ करें।
गावें नित्य आरती पुनि नहिं जनम धरें।। ओउम जय।।

Shree Giriraj ki Aarti English : श्री गिरिराज आरती

Peoples who want to read Giriraj Arti in english ,here Shri Giriraj aarti is available in english language. Language is not making any barrier for worship of shree giriraj, Let’s start chanting of English Giriraj Chalisa.


॥ Shree Giriraj Aarti ॥

Om Jai Jai Jai Giriraj, Swami Jai Jai Jai Giriraj.
You keep the honor of your devotee in trouble. Om Jai..

Indradik, all the tunes are found and I pay attention to you.
May the sages and sages sing praises, may they swim in the ocean. Om Jai..

May your beautiful form be Shyam Sila Sohen.
The forest gardens captivated the hearts of lakhs of devotees. Om Jai..

Madhya Mansi Ganga Kali’s Mal Harni.
Let the heat be lit, Vaitarni should descend. Om Jai..

Naval Apsara Kund is pleasant and pure and pleasant.
It is a great sin to take bath in Radha Kund on the left. Om Jai..

You are the giver of salvation, the master of Kaliyuga.
May you be the protector of the humble, Lord Antaryami. Om Jai..

We are your refuge, Girivaar Girdhari.
Devkinandan, please bless me, O devotee of benefactor. Om Jai..

Whatever man gives, perform the Parikamma puja.
Villages perform daily aarti and do not take birth. Om Jai..

दोस्तों, इस उम्मीद है आपको इस आर्टिकल से श्री गिरिराज की आरती (Giriraj Aarti) & स्तुति पढ़ने के लाभ की जानकारी जरुर मिली होगी। अगले आर्टिकल में हमने श्री गिरिराज’ चालीसा (Giriraj Chalisa) का वर्णन किया है। कृपया आप उसे भी जरूर रीड करे।

Disclaimer: यह जानकारी इंटरनेट सोर्सेज के माध्यम से ली गयी है। जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। धर्मकहानी का उद्देश्य सटीक सूचना आप तक पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता सावधानी पूर्वक पढ़ और समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इस जानकारी का उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। अगर इसमें आपको कोई गलती लगाती है तो कृपया आप हमें हमारे ऑफिसियल ईमेल पर जरूर बताये।

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