सावन 2025 में करें एशिया के सबसे ऊँचे शिव मंदिर ‘जटोली शिव मंदिर( Jatoli Shiv Mandir)’ के दर्शन, जहां पत्थरों से आती है डमरू की आवाज़। जानिए इस चमत्कारी धाम का रहस्य।
Sawan 2025 या कहें सावन माह शुरू होने वाला हैं। सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा ,अर्चना व दर्शन से विशेष लाभ मिलता हैं इसीलिए सावन के माह में आपको कई चमत्कारी मंदिरो के बारे में हम बताएँगे। जिसे जानने के बाद शायद आप भी ऐसे ही हैरान होंगे जैसे हम थे।
तो चलिए हम एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है जो भारत ही नहीं एशिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर हैं (World Tallest Shiv Mandir) साथ ही इसका एक रोचक तथ्य है की यहाँ के पत्थर थपथपाने से डमरू से आवाज़ करते हैं। सोलर जटोली शिव मंदिर Jatoli Shiv Mandir की रचना भी बड़ी अध्भुत हैं।

सोलन जटोली महादेव मंदिर / Jatoli Shiv Mandir Solan
वादियों का प्रदेश, हिमाचल प्रदेश जो अपनी अद्भुत सौंदर्य के वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है। उसी सुन्दर से प्रदेश में एक शहर है सोलन जहा ये मंदिर है। इस मंदिर के बारे में लोगो द्वारा दावा किया जाता है कि, यह भारत ही नहीं अपितु एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। इस मंदिर को जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) के नाम से ही जाना जाता है।
इस मंदिर की ऊंचाई लगभग 111 फुट है मंदिर में अभी कुछ वर्ष पूर्व ही में 11 फुट लंबा सोने का कलश चढ़ाया गया है। जिससे जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) की कुछ लम्बाई अब 122 फुट हो गयी है, इसका निर्माण दक्षिण-द्रविड़ शैली में किया गया है। अतभुत कला का यह एक बिलकुल बेजोड़ निर्माण है जिसे देखकर आप कई दफा सोच में पड़ जाएंगे।
दोस्तो, ऐसा कहा जाता है की पौराणिक काल में भगवान शिव शंकर यहां आए थे और कुछ समय के लिए यहाँ विराजमान रहे थे। इसके कई वर्षो बाद में वर्ष 1950 में बाबा “स्वामी कृष्णानंद परमहंस” यहां आकर बस गए। जटोली शिव मंदिर का निर्माण कार्य स्वामी कृष्णानंद परमहंस के मार्गदर्शन और दिशा-निर्देश में शुरू हुआ।
साल 1974 में स्वामीजी द्वारा ही इस मंदिर की नींव रखी गई थी। हालांकि लगभग 1983 के आसपास में वे समाधि में लीन हो गए, लेकिन मंदिर का निर्माण कार्य बिना रुके चालु रहा और इसका कार्य मंदिर की ही प्रबंधन कमेटी के देख रेख में बढ़ते गया। मंदिर के पास एक कोने में में स्वामीजी की गुफा भी है।
मंदिर के बारे में एक खास बात यह भी है कि इसकी लगत समय के साथ बढ़ती गयी और करोडों रुपये की लागत से बने इस मंदिर का निर्माण जनता द्वारा दिए गए चंदे के पैसों से हुआ है। यहीं एक वजह है कि मंदिर का निर्माण पूरा होते होते ही तीन दशक से भी अधिक का समय लग गया।
Sawan 2025 : सावन मास की तिथि, व्रत, पूजा विधि और शिव कृपा पाने के शुभ उपाय
कई दशकों बाद भी मौजूद है एक चमत्कारी पानी का कुंड . . .
यहाँ के स्थानीय लोग इस कुंड के बारे में बताते है कि कई दशक पहले तक सोलन के लोगों को पानी की समस्या से बहुत जुझना पड़ा था. इसी वजह को देखते हुए “स्वामी कृष्णानंद परमहंस के मन में भगवान शिव की घोर तपस्या का विचार आया और कई दिनों की तपस्या के बाद उन्होंने के जमीन पर जोड़े से त्रिशूल का प्रहार किया।
उस प्रहार की वजह से जमीन के पानी निकलने लगा। तब से लोगो का कहना है की उस के बाद से लेकर आज तक जटोली भूमि में पानी की समस्या फिर नहीं आई। कई भक्त और श्रद्धालु इस पानी को चमत्कारी मानते हैं और ऐसी मान्यता बन गयी है कि इस जल में कई तरह के औषधीय गुण है जो किसी भी तरह के बीमार व्यक्त्वि को ठीक कर सकती हैं।
मंदिर के पुराने जानकार और पुजारी श्री भूपेन्द्र दत्त शास्त्री जी ने बताया की मंदिर में जो शिवलिंग मौजुद है वह स्फटिक से बना हुआ शिवलिंग है, जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) हमारे देश में मौजूद कई मंदिरो से अलग है, क्यों की इस समय देश में बहुत ही कम मंदिर ऐसे है जिसमे स्फटिक से निर्मित शिवलिंग मौजूद है, जो कि इस दुनिया के कुछ ही मंदिरों में हो सकता है।
जानकारों के अनुसार शिवपुराण में पारद को भगवान शिव का वीर्य कहा गया है। इसीलिए पारद का शिव से अटूट और साक्षात संबंध है और किसी भी मंदिर में पारद से बने शिवलिंग का होना ही उस मंदिर की मान्यता को बढ़ा देता है।
Know About jatoli shiv mandir ,jatoli shiv mandir history in hindi, jatoli shiv mandir solan, jatoli shiv mandir distance, jatoli shiv mandir Kaha Hai, world tallest shiv mandir, highest shiva temple in the world
मंदिर प्रशासन द्वारा हर रविवार को भंडारे आयोजन का किया जाता है . . .
चूँकि हिमाचल प्रदेश पर्यटन के हिसाब से हमारे देश में एक समृद्ध जगह है और जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) के भी चमत्कार को देखते हुए श्रद्धालु की संख्या दिन – प्रतिदिन बढ़ रही है। और मंदिर भी दिन – प्रतिदिन अग्रसर होते जा रहा है।
हर साल लाखों की संख्या में सैलानी यहाँ दर्शन करने के लिए देश और विदेश से मंदिर का रुख करते हैं। भक्तो की जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) के दर्शन से मनोकामनएं पूर्ण होने पर कई भक्त मंदिर में भंडारे का आयोजन अपनी इच्छा शक्ति के अनुसार करवाते है। मंदिर में लोगो की आस्था और व्यवस्था को देखते हुए मंदिर प्रशासन हर रविवार को भंडारे का आयोजन करवाता है। जो पुरे साल हर रविवार चलता है। कोविड की समस्या को देखते हुए अभी मंदिर कई दिनों से बंद है तथा दर्शनार्थियों को आने की अनुमति नहीं हैं।

सावन में शिव को क्यों प्रिय है जल? | कांवड़ यात्रा की कथा और सावन मास की रहस्यपूर्ण कहानी
कैसे पहुंचे जटोली शिव मंदिर . . .
How to Reach Jatoli Shiv Temple
दिल्ली से सोलन तक आप NH44 से 6 घंटे का सफर कर पहुंच सकते है फिर सोलन से राजगढ़ रोड होते हुए जटोली शिव मंदिर, लगभग 100 सीढिया चढ़ने के बाद आपको भगवान् के दर्शन होंगे। आसपास घुमने के लिहाज से आपको ऑटो या प्राइवेट गाड़िया मिल सकती है।
जटोली शिव मंदिर कहाँ स्थित है?
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) स्थित है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 11135 फीट की ऊँचाई पर बना हुआ है।
जटोली महादेव मंदिर को एशिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर क्यों कहा जाता है?
एशिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर इस मंदिर को माना जाता है। क्योंकी इस मंदिर की ऊँचाई लगभग 122 फीट है। पुरे एशिया में इससे ज्यादा ऊंचा शिव मंदिर नहीं हैं।
जटोली मंदिर का क्या धार्मिक महत्व है?
मान्यता हैं की जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) में भगवान शिव स्वयं यहां आए थे और ध्यान लगाया था। सावन के महीने में तो यहाँ श्रद्धालुओं की आस्था व भक्ति देखने लायक होती हैं यहाँ सावन माह में विशेष पूजन और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
जटोली मंदिर का विशेष आकर्षण क्या है?
जटोली शिव मंदिर (Jatoli Shiv Mandir) की सबसे ज्यादा चमत्कारी रहस्य हैं की मंदिर के पत्थरों पर थपथपाने से डमरू जैसी आवाज़ आती है।
जटोली मंदिर कब जाना चाहिए?
इस मंदिर में दर्शन के लिए कभी भी जा सकते हैं। परन्तु जब विशेष मनोकामना या अवसर की बात करे तो सावन महीना (जुलाई-अगस्त) और शिवरात्रि के समय जाना सबसे अधिक शुभ और धार्मिक रूप से फलदायक माना जाता है।
क्या जटोली मंदिर तक वाहन से पहुँचा जा सकता है?
हाँ, बिलकुल आप सोलन से टैक्सी या प्राइवेट वाहन से मंदिर तक पहुँच सकते हैं। इसके बाद थोड़ी सी सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं।
जटोली मंदिर में क्या-क्या दर्शन के लिए उपलब्ध है?
मंदिर में भगवान शिव की भव्य मूर्ति, गुफा मंदिर, पंचधातु शिवलिंग और आसपास की पर्वतीय सुंदरता दर्शनीय है।
यदि आपको Incredible Jagannath Temple: क्या आज भी धड़कता है श्रीकृष्ण का दिल? हैरान कर देंगे भगवान जगन्नाथ के रहस्य जानना हैं। तो जरूर जानकारी ले।
Dharmkahani.com :- जटोली शिव मंदिर से जुडी सभी जानकारी हमने इस आर्टिकल में अपने पाठको को देने का प्रयास किया हैं। यदि कोई जानकारी छूट हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताये हम आपके साथ साझा करने का प्रयास जरूर करेंगे।
हमारे द्वारा जो आर्टिकल लिखे जाते हैं आपको कैसे लगते हैं वो भी हमें कमेंट में जरूर बताएं।
If You want to read article in English Visit Dharmkahani English
Follow Dharmkahani Social Media : Dharmkahani Facebook Page
धन्यवाद्