Google search engine
Homeआरती संग्रहGaneshji Aarti 2024 : गणेशजी की 4 आरतियाँ 

Ganeshji Aarti 2024 : गणेशजी की 4 आरतियाँ 

Ganeshji aarti, Ganeshji hindi aarti, Ganeshji marathi aarti, Jai ganesh Jai ganesh, Jay Ganesh Jay Ganesh, Jay Jay re Ganesh kato hamari kalesh, ganeshji aarti hindi lyrics, Ganeshji aarti marathi lyrics, sukh karta dukh harta, shendur lal chadhayo aarti, Sukhkarta Dukhharta varta vighnachi

Ganeshji Aarti : देवों में सर्वप्रथम पूजने का विधान महादेव पुत्र श्री गणेश जी का है. गणेश जी को विघ्न विनाशक और बुद्धि देने वाला कहा गया है। गणेश चतुर्थी का त्यौहार हमारे देश में बहुत ही धूम – धाम से मनाया जाता है। गणेश उत्सव के दौरान गणेशजी की आरती का अपना महत्व होता है। गणेश उत्सव में गणेश चालीसा कर भगवान गणेश की आरती ( Ganeshji Aarti) उतरे। आज हम आपके लिए गणेश जी की अलग – अलग आरतियों का हिंदी आरती और मराठी आरती का संग्रह लाये है। लोग अपने प्रिय और आराध्य भगवान श्री गणेश (Shri Ganeshji Temple Indore) को अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी आरती को गाकर प्रसन्न कर सकते है –  

गणेश महोत्सव या कहे गणेश चतुर्थी 7 सितम्बर 2024 को हैं। इस दिन सभी भगवान श्री गणेश की स्थापना करने वाले हैं। गणेश चतुर्थी से आनंद चौदस तक श्री गणेश की सेवा हर घर में की जाती हैं उनकी आरती , पूजा ,भोग लगाया जाता हैं।

Ganeshji Aarti, Ganeshji hindi aarti, Ganeshji marathi aarti, Jai ganesh Jai ganesh

गणेश आरती हिंदी में Ganeshji Aarti Hindi / Ganesh aarti Hindi Lyrics – 1

भगवान गणेश की आरती 1 (जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। / Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva)

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।

एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी,

माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी। 

पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,

लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।। ..

जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा।

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया,

बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया। 

‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।। 

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा .. 

माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा। 

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी। 

कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी।

.

गणेश आरती हिंदी में Ganeshji Ki Aarti Hindi Lyrics – 2

भगवान गणेश की आरती 2 (जय जय हो गणेश / Jay Jay Ho Ganesh )

जय जय हो गणेश, काटो हमारे कलेश,

आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

जो कोई तेरी करें आरती, मनवांछित फल पावे,

लम्बोदर तुम सबसे पहले, उस का काम बनावे,

जय गिरजा के लाल, काटो हमारे कलेश,

आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

रिद्धि-सिद्धि के आप है दाता,

जग के पालनहारी, कदम्ब तुम्हारी होती पूजा,

आये शरण तिहारी,

जय गिरजा के लाल, काटो हमारे कलेश,

आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

गोल-गोल मोदक के लड्डू, तुम को भोग लगाते,

लम्बोदर तुम सबसे पहले, उस का काम बनाते,

रिद्धि-सिद्धि के आप है दाता,

जग के पालनहारी, कदम्ब तुम्हारी होती पूजा,

आये शरण तिहारी,

जय गिरजा के लाल, काटो हमारे कलेश,

आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

सिद्धविजय गजानन का, यहाँ गूंज रहा है नारा,

नर और नारी मिलकर बाबा, बोले जय जय कारा,

रिद्धि-सिद्धि के आप है दाता,

जग के पालनहारी, कदम्ब तुम्हारी होती पूजा,

आये शरण तिहारी,

जय गिरजा के लाल, काटो हमारे कलेश,

आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

ओ तेरी तुण्ड तुण्डाला, तेरी सूण्ड सुंडाला,

तेरी मोहनी मूरत बड़ी न्यारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

जय जय हो गणेश, काटो हमारे कलेश,

आयीं शरण तिहारी बलिहारी हो,

जय गणपति विजय हमारी हो।।

.

गणेश आरती मराठी में Ganeshji Aarti in Marathi Lyrics – 1

भगवान गणेश की आरती 3  (सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची / Sukhkarta Dukhharta varta vighnachi)

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची

 नूरवी पुरवी प्रेमा कृपा जयची

 सर्वांगी सुंदरा उति शेंदुराची

 कंठि झलके माला मुक्ताफलनि

 जय देव जय देवा जय मंगलमूर्ति

 दर्शनमत्रे मनकामना पूर्ति

 रत्नाचिता फरा तुजा गौरीकुमारा

 चंदनची उति कुमकुमकेसरा

 हिर जादिता मुकुता शोभतो बारा

 रनहुँति नृप चरनि गहगारी

 जय देव जय देवा जय मंगलमूर्ति

 दर्शनमत्रे मनकामना पूर्ति

 लम्बोदर पीताम्बरा फणीवर बंधना

 सरला सोंडा वक्रतुण्ड त्रिनयन

 दासा रामच वात पै साधना

 संकटी पावे निर्वाणी रक्षे सुरवरवन्दना

 जय देव जय देवा जय मंगलमूर्ति

 दर्शनमत्रे मनकामना पूर्ति 

गणेश आरती मराठी में Ganesh Aarti in Marathi Lyrics – 2

श्रीगणेश की आरती  4 (शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको।  / shendur lal chadhayo)  

शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको।

दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको।

हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको।

महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥1॥

जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।

धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ॥धृ॥

अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि।

विघ्नविनाशन मंगल मूरत अधिकारी।

कोटीसूरजप्रकाश ऐबी छबि तेरी।

गंडस्थलमदमस्तक झूले शशिबिहारि ॥2॥

जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।

धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ॥

भावभगत से कोई शरणागत आवे।

संतत संपत सबही भरपूर पावे।

ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे।

गोसावीनंदन निशिदिन गुन गावे ॥3॥

जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।

धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता ॥ 

इस आर्टिकल में हमने आपको गणेशजी की 4 अलग अलग आरतियाँ ( Ganeshji Aarti) बताई है। जो हिंदी लिरिक्स में हैं, आप जिस आरती से भगवान गणेश (Ganeshji Aarti) को प्रसन्ना करना चाहते उस आरती से कर सकते। अगर आपको इस आर्टिकल में बताई आरती अच्छी लगी तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों तक ये जरूर शेयर करे।

Related Links :

Jagannath Story : जगन्नाथ रथयात्रा पर पढ़े भगवान जगन्नाथ की कथा

Khatu Shyam Aarti 2023 : खाटू श्याम आरती

Guru Purnima 2023 : क्यों मनाते है गुरु पूर्णिमा, जानिये इसकी कथा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular