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भगवान शिव’को कही नामों से जाना जाता हैं और भोलेनाथ ने जनकल्याण के लिए कई अवतार लिए उसी में से एक अवतार पशुपतिनाथ हैं। भगवान शिव को ही पशुपतिनाथ के नाम से जाना जाता हैं। पशुपतिनाथ भगवान को प्रशन्न करने के लिए पशुपतिनाथ व्रत किया जाता हैं।
पशुपतिनाथ व्रत मनोकामना पूर्ति के लिए किया जाता हैं। कहते हैं की यदि आपकी कोई मनोकामना हो या कोई बीमारी हो गयी हो उससे मुक्ति चाहते हैं तो पशुपति व्रत किया जाता हैं। पशुपतिनाथ व्रत करने के 3 माह के अंदर ही आपकी मनोकामना पूरी हो जाती हैं।
॥ Pashupatinath Vrat Aarti Hindi Lyrics : पशुपतिनाथ आरती ॥

Pashupatinath Vrat Aarti Lyrics in Hindi – पशुपतिनाथ की आरती
जय पशुतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
भक्त जनों की संकट
दासों जनों के संकट
पल में दूर करें।
जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
अष्टमुखी शिव नाम तिहारो
शरण में आए तेरे
स्वामी शरण में आए तेरे
इक्षा फल प्रभु देहु
कष्ट हटाओ मेरे।
जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
शिव ना तट पर आप बिराजे
पूजे नर नारी
निशदिन तुमको ध्यावे
भक्तन हितकारी।
जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
तुम हो जग के स्वामी शंभू
अन धन के भरता
स्वामी अन धन के भरता
अष्टमुखी त्रिपुरारी
जग तम के हरता।
जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
तन मन धन सब अर्पण
आरती भोले गाएं
तुम हो दया के सागर
द्वार तुम्हारे आए।
जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
दास जनों के संकट
दासों जनों के संकट
पल में दूर करें।
जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||
Pashupatinath Vrat Vidhi
Aarti Sangrah
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