Narasimha Aarti : दोस्तों, भगवान नृसिंह श्री हरि विष्णु का एक ऐसा अवतार है जो मनुष्य के भय को समाप्त करता है उनके इस विकराल रूप के पूजन और आरती से ही मनुष्य के मन तथा ह्रदय में आत्मविश्वास, भक्ति और बल का संचार होता है। वे लक्ष्मीपति भी है इसलिए उनकी कृपा से भगवती लक्ष्मी का भी मनुष्य पर आशीर्वाद बना रहता है।
भगवान नृसिंह अपने भक्त पर सदा ही प्रसन्नता और आशीर्वाद बनाये रखते है जैसे उन्होंने प्रह्लाद को पुत्र की तरह प्रेम से अपनी गोद में बैठाया और राक्षस कुल का होते हुए भी उसके समस्त जीवन को तार दिया। तो आइये हम भी भगवान नृसिंह की प्रेम पूर्वक पूजा करे और नृसिंह आरती (Narasimha Aarti) से भगवान को प्रसन्न करे और प्रार्थना करे की जिस तरह आपने भक्त प्रह्लाद के कष्टों को हरा उसी तरह हमारे भी कष्ट हरण करो प्रभु।
नृसिंह भगवान आरती (Narasimha Aarti) निचे दी गयी हैं इसे अपने पूजन को पूर्ण करने से पहले जरूर करें।
नृसिंह भगवान आरती (Narasimha Aarti)
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे ।
स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे,
जनका ताप हरे ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥
तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी,
प्रभु भक्तन हितकारी ।
अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर,
प्रकटे भय हारी ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥
सबके ह्रदय विदारण, दुस्यु जियो मारी,
प्रभु दुस्यु जियो मारी ।
दास जान आपनायो, दास जान आपनायो,
जनपर कृपा करी ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥
ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे,
प्रभु माला पहिनावे ।
शिवजी जय जय कहकर,
पुष्पन बरसावे ॥
ॐ जय नरसिंह हरे ॥
इस बार भगवान नृसिंह की जयंती 21 मई, 2024 मंगलवार को पड़ रही है। इस दिन लोग अपने आराध्य का विधिवत पूजन करके उन्हें भोग लगाते है। प्रायः भगवान नृसिंह की जयंती का उत्सव दक्षिण भारत में विशेष रूप से मनाया जाता है। भगवान विष्णु के दशावतार में से एक नृसिंह अवतार बहुत ही बलवान और उग्र हैं। भगवान नृसिंह भक्त के प्रेम से ही प्रसन्न हो जाते हैं।
प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान ने यह रूप धारा और प्रह्लाद के पिता और परम शत्रु हिरण्यकश्यपु को उन्होंने मार दिया। इसलिए हम भक्त भी भगवान के शरण में रह कर उनसे प्रार्थना करें की प्रभु हम आपके शरण में आये है कृपया आप ही हमारे सारे दुःख हरे और हमारी हर तरह से रक्षा कर हमें धर्म और ज्ञान के उचित मार्ग पर चलने का आशीर्वाद दे।
रिलेटेड URL :
भगवान तिरुपति बालाजी की कहानी – The Tirupati Balaji Story In Hindi
धर्मकहानी :- धर्म कहानी पर हम धर्म से जुडी जानकारी आपके साथ साझा करते हैं। आज हमने नरसिह भगवान की आरती (Narasimha Aarti) साझा की हैं। यह सत्य कोई नहीं नकार सकता की इस कलयुग में भक्ति ही एक ऐसा मार्ग है जो हमें मुक्ति दिला सकता हैं इसीलिए जब आप नरसिह जयंती के दिन पूजा करें नरसिह भगवान की आरती (Narasimha Aarti) करना न भूले, हम सनातन धर्म की रक्षा के लिए आपके साथ भगवान की लीलाये , चालीसा , आरती तथा कहानियाँ साझा करते हैं। यदि आप भी धर्म से जुडी कोई जानकारी जानना चाहते हैं कमेंट में जरूर बताये।
सोशल मीडिया पर हमें फॉलो` करें फेसबुक
Disclaimer: यह जानकारी इंटरनेट सोर्सेज के माध्यम से ली गयी है। जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। धर्मकहानी का उद्देश्य सटीक सूचना आप तक पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता सावधानी पूर्वक पढ़ और समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इस जानकारी का उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। अगर इसमें आपको कोई गलती लगाती है तो कृपया आप हमें हमारे ऑफिसियल ईमेल पर जरूर बताये।
[…] का समापन नृसिंह भगवान आरती (Narasimha Bhagwan Aarti) से […]
[…] Narasimha Aarti […]