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Shivling Par Abhishek 2024 : शिवलिंग पर अभिषेक करने से क्या फल मिलता है

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Shivling Par Abhishek : भगवान शिव वैसे तो सिर्फ एक बिल्व पत्र से भी प्रसन्न हो जाते है। लेकिन भगवान शिव का जल से अभिषेक करना ही जीवन में सौभाग्य की बात है लेकिन अगर मनुष्य कुछ विशेष द्रव्य से अभिषेक करता है तो विशेष पुण्य की प्राप्ति और जीवन में अनेक सुख मिलते है। इसलिए आज के आर्टिकल में आज हम आपको बता रहे है की किस द्रव्य से भगवान शिव का अभिषेक करने पर क्या फल मिलता है वो आज हम आपको बताने वाले है।

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Shivling par Abhishek : श्लोक में जाने किस द्रव्य से अभिषेक के क्या फल की प्राप्ति मिलती है :-

जलेन वृष्टिमाप्नोति व्याधिशांत्यै कुशोदकै।
दध्ना च पशुकामाय श्रिया इक्षुरसेन वै।।

मध्वाज्येन धनार्थी स्यान्मुमुक्षुस्तीर्थ वारिणा।
पुत्रार्थी पुत्रमाप्नोति पयसा चाभिषेचनात।।

बन्ध्या वा काकबंध्या वा मृतवत्सा यांगना।
जवरप्रकोपशांत्यर्थम् जलधारा शिवप्रिया।।

घृतधारा शिवे कार्या यावन्मन्त्रसहस्त्रकम्।
तदा वंशस्यविस्तारो जायते नात्र संशय:।।

प्रमेह रोग शांत्यर्थम् प्राप्नुयात मान्सेप्सितम।
केवलं दुग्धधारा च वदा कार्या विशेषत:।।

शर्करा मिश्रिता तत्र यदा बुद्धिर्जडा भवेत्।
श्रेष्ठा बुद्धिर्भवेत्तस्य कृपया शङ्करस्य च!!

सार्षपेनैव तैलेन शत्रुनाशो भवेदिह!
पापक्षयार्थी मधुना निर्व्याधि: सर्पिषा तथा।।

जीवनार्थी तू पयसा श्रीकामीक्षुरसेन वै।
पुत्रार्थी शर्करायास्तु रसेनार्चेतिछवं तथा।।

महलिंगाभिषेकेन सुप्रीत: शंकरो मुदा।
कुर्याद्विधानं रुद्राणां यजुर्वेद्विनिर्मितम्।

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ऊपर दिए गए श्लोकों का भावार्थ :

– जल से अभिषेक : वृष्टि के लिए जल से रुद्राभिषेक करना चहिये।

– कुशा जल से अभिषेक : रोग व दु:ख से छुटकारा प्राप्त करने के लिए कुशा जल से अभिषेक करें।

– दही से अभिषेक : पशु, भवन तथा वाहन की प्राप्ति के लिए दही से अभिषेक करें।

– गन्ने के रस से अभिषेक : लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए गन्ने से रस से अभिषेक करें।

– मधुयुक्त जल से अभिषेक : धनवृद्धि के लिए मधुयुक्त जल से अभिषेक करें।

– तीर्थ जल से अभिषेक : अगर मनुष्य भगवान शिव का अभिषेक तीर्थो के जल से अभिषेक करता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

– इत्र मिले जल से अभिषेक : अगर मनुष्य भगवान शिव का अभिषेक इत्र मिले जल से करता है तो उसके सारे रोग नष्ट होते हैं।

– दोष से अभिषेक : पुत्र प्राप्ति, प्रमेह रोग की शांति और मनोकामनाएं पूर्ति के लिए दूध से अभिषेक करे करें।

– गंगा जल से अभिषेक : ज्वर ठीक करने लिए गंगा जल से अभिषेक करें।

– दूध-शर्करा युक्त : दूध और शक्कर को मिलाकर अभिषेक करने से सद्बुद्धि की प्राप्ति होती है।

– घी से अभिषेक : वंश विस्तार के लिए घी से अभिषेक करे।

– सरसों के तेल से अभिषेक : रोग तथा शत्रुओं के नाश के लिए सरसों के तेल से अभिषेक करे।

– शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक : पाप क्षय करने के लिए शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक होता हैं।

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– शिवलिंग पर कच्चे लेकिन पुरे चावल चढ़ाने से धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।

– यदि कोई व्यक्ति शिवलिंग पर जौ चढ़ाता है तो लंबे समय से चली रही परेशानी दूर होती है।

शमी के पेड़ के पत्तों को शिवलिंग पर चढ़ाने से मनुष्य के सभी तरह के दु:खों से मुक्ति प्राप्त होती है।

– सुयोग्य पुत्र की प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर गेहूं चढ़ाये।

गाय के दूध से बना शुद्ध देसी घी शिवलिंग पर चढ़ाने से शारीरिक दुर्बलता से मुक्ति मिलती है।

– शिवलिंग पर तिल चढ़ाने से पापों का नाश हो जाता है।

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Shivling par Abhishek : हमारे धर्म ग्रन्थ शिवपुराण की रुद्र संहिता में भगवान शिव का अलग अलग फूलों से पूजा करने तथा उससे प्राप्त होने वाले पुण्य फलों का बहुत अच्छे से वर्णन मिलता है जो इस प्रकार है

लाल और सफेद आंकड़े के फूल महादेव का पूजन करने पर भोग व मोक्ष की प्राप्ति होती है।

– महादेव का पूजन चमेली के फूल से करने पर वाहन सुख मिलता है।

– शिव का पूजन अलसी के फूलों से करने से मनुष्य भगवान विष्णु को प्रिय होता है।

मोक्ष प्राप्त के लिए शमी पत्रों से पूजन करें।

शुभ लक्षणों से युक्त पत्नी पाने के लिए बेल के फूल से पूजन करे।

– घर में कभी अन्न की कमी न हो इसके लिए जूही के फूल से शिव का पूजन करें।

नवीन वस्त्रों की प्राप्ति के लिए कनेर के फूलों से शिव पूजन करे।

सुख-सम्पत्ति में वृद्धि करने लिए हरसिंगार के पुष्पों से पूजन होता है।

सुयोग्य पुत्र प्राप्ति के लिए, जो मनुष्य के कुल का नाम रोशन करने वाले पुत्र के लिए धतूरे के पुष्प से पूजन करे।

– इसके अलावा भगवन शिव ले पूजन में लाल डंठलवाला धतूरा शुभ माना गया है।

– कहा जाता है की दूर्वा से पूजन करने पर आयु बढ़ती है।

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