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Tulsi Chalisa 2025: तुलसी चालीसा का पाठ, घर में होगा धन की देवी मां लक्ष्मी का वास

Tulsi Chalisa Lyrics Download Tulsi Chalisa PDF in Hindi & English तुलसी माता लक्ष्मी का रूप होती हैं जब हम हर दिन तुलसी चालीसा का पाठ करते हैं माता लक्ष्मी का आशीष भी हमारे घर परिवार पर बना रहता हैं।

तुलसी का पौधा हर घर में होता हैं कियुकी तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरुप माना जाता हैं। भगवान विष्णु की भी प्रिय हैं तुलसी इसीलिए भगवान विष्णु का पूजन बिना तुलसी के पूर्ण नहीं होता हैं।

सनातन धर्म में तुलसी का रोजाना पाठ (Tulsi Chalisa ka Path) करने से मनुष्य के सभी दुःख दूर हो जाते हैं घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती हैं।

Tulsi Chalisa : तुलसी चालीसा का पाठ

Tulsi Chalisa in Hindi Image

।। तुलसी चालीसा दोहा ( Tulsi Chalisa Doha)।।


श्री तुलसी महारानी, करूं विनय सिरनाय ।

जो मम हो संकट विकट, दीजै मात नशाय ।।

।। तुलसी चालीसा चौपाई ( Tulsi Chalisa Chopai)।।

नमो नमो तुलसी महारानी । महिमा अमित न जाए बखानी ।।

दियो विष्णु तुमको सनमाना । जग में छायो सुयश महाना ।।

विष्णु प्रिया जय जयति भवानि । तिहूं लोक की हो सुखखानी ।।

भगवत पूजा कर जो कोई । बिना तुम्हारे सफल न होई ।।

जिन घर तव नहिं होय निवासा । उस पर करहिं विष्णु नहिं बासा ।।

करे सदा जो तव नित सुमिरन । तेहिके काज होय सब पूरन ।।

कातिक मास महात्म तुम्हारा । ताको जानत सब संसारा ।।

तव पूजन जो करैं कुंवारी । पावै सुन्दर वर सुकुमारी ।।

कर जो पूजा नितप्रीति नारी । सुख सम्पत्ति से होय सुखारी ।।

वृद्धा नारी करै जो पूजन । मिले भक्ति होवै पुलकित मन ।।

श्रद्धा से पूजै जो कोई । भवनिधि से तर जावै सोई ।।

कथा भागवत यज्ञ करावै । तुम बिन नहीं सफलता पावै ।।

छायो तब प्रताप जगभारी । ध्यावत तुमहिं सकल चितधारी ।।

तुम्हीं मात यंत्रन तंत्रन में । सकल काज सिधि होवै क्षण में ।।

औषधि रूप आप हो माता । सब जग में तव यश विख्याता ।।

देव रिषी मुनि और तपधारी । करत सदा तव जय जयकारी ।।

वेद पुरानन तव यश गाया । महिमा अगम पार नहिं पाया ।।

नमो नमो जै जै सुखकारनि । नमो नमो जै दुखनिवारनि ।।

नमो नमो सुखसम्पत्ति देनी । नमो नमो अघ काटन छेनी ।।

नमो नमो भक्तन दु:ख हरनी । नमो नमो दुष्टन मद छेनी ।।

नमो नमो भव पार उतारनि । नमो नमो परलोक सुधारनि ।।

नमो नमो निज भक्त उबारनि । नमो नमो जनकाज संवारनि ।।

नमो नमो जय कुमति नशावनि । नमो नमो सब सुख उपजावनि ।।

जयति जयति जय तुलसीमाई । ध्याऊं तुमको शीश नवाई ।।

निजजन जानि मोहि अपनाओ । बिगड़े कारज आप बनाओ ।।

करूं विनय मैं मात तुम्हारी । पूरण आशा करहु हमारी ।।

शरण चरण कर जोरि मनाऊं । निशदिन तेरे ही गुण गाऊं ।।

करहु मात यह अब मोपर दया । निर्मल होय सकल ममकाया ।।

मांगू मात यह बर दीजै । सकल मनोरथ पूर्ण कीजै ।।

जानूं नहिं कुछ नेम अचारा । छमहु मात अपराध हमारा ।।

बारह मास करै जो पूजा । ता सम जग में और न दूजा ।।

प्रथमहि गंगाजल मंगवावे । फिर सुंदर स्नान करावे ।।

चंदन अक्षत पुष्प चढ़ावे । धूप दीप नैवेद्य लगावे ।।

करे आचमन गंगा जल से । ध्यान करे हृदय निर्मल से ।

पाठ करे फिर चालीसा की । अस्तुति करे मात तुलसी की ।।

यह विधि पूजा करे हमेशा । ताके तन नहिं रहै क्लेशा ।।

करै मास कार्तिक का साधन । सोवे नित पवित्र सिध हुई जाहीं ।।

है यह कथा महा सुखदाई । पढ़ै सुने सो भव तर जाई ।।

।। तुलसी चालीसा दोहा ( Tulsi Chalisa Doha)।।


यह श्री तुलसी चालीसा पाठ करे जो कोय । गोविन्द सो फल पावही जो मन इच्छा होय ।।

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Tulsi Chalisa : Tulsi Chalisa In English


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Tulsi Chalisa in English Image

Shri Tulsi Chalisa
॥ Tulsi Chalisa Doha ॥

Jai Jai Tulsi Bhagwati Satyavati Sukhdayani।
Namo Namo Hari Priyasi Shri Vrinda Gun Khaani॥
Shri Hari Shish Birajini, Dehu Amar Var Amb।
Janhit He Vrindavani Ab Na Karahu Vilamb॥

॥ Tulsi Chalisa Chaupai ॥


Dhanya Dhanya Shri Tulsi Mata। Mahima Aagam Sada Shruti Gaata॥
Hari Ke Praanhu Se Tum Pyaari। Harihin Hetu Keenho Tap Bhari॥
Jab Prasann Hai Darshan Deenhyo। Tab Kar Jori Vinay Us Kinhyo॥
He Bhagavant Kant Mam Hohu। Deen Jaani Jani Chhaadahu Chhohu॥
Suni Lakshmi Tulsi Ki Baani। Deenho Shraap Kadha Par Aani॥
Us Ayogya Var Maangan Haari। Hohu Vitap Tum Jad Tanu Dhaari॥
Suni Tulsi He Shrapyo Tehim Thaama। Karahu Vaas Tuhoo Neechan Dhaama॥
Diyo Vachan Hari Tab Tatkaala। Sunhu Sumukhi Jani Hohu Bihaala॥
Samay Paai Vhau Rau Paati Tora। Pujihau Aas Vachan Sat Mora॥
Tab Gokul Mah Gop Sudama। Taasu Bhaee Tulsi Tu Baama॥
Krishna Raas Leela Ke Maahi। Radhe Shakyu Prem Lakhi Naahi॥
Diyo Shraap Tulsahi Tatkaala। Nar Lokahi Tum Janmahu Baala॥
Yo Gop Vah Daanav Raaja। Shankh Chud Naamak Shir Taaja॥
Tulsi Bhaee Taasu Ki Naari। Param Sati Gun Roop Agaari॥
As Dvai Kalp Beet Jab Gayou। Kalp Triteey Janm Tab Bhayou॥
Vrinda Naam Bhayo Tulsi Ko। Asur Jaladhar Naam Pati Ko॥
Kari Ati Dvand Atul Baladhaama। Leenha Shankar Se Sangraama॥
Jab Nij Sainya Sahit Shiv Haare। Marahi Na Tab Har Harih Pukaare॥
Pativrata Vrinda Thi Naari। Koou Na Sake Patihi Sanhaari॥
Tab Jaladhar He Bheesh Banaai। Vrinda Dheeg Hari Pahuchyo Jaai॥
Shiv Hit Lahee Kari Kapat Prasanga। Kiyo Satitva Dharm Tohee Bhanga॥
Bhayo Jaladhar Kar Sanhaara। Suni Ur Shok Upaara॥
Tihi Kshan Diyo Kapat Hari Taari। Lakhi Vrinda Dukh Gira Uchaari॥
Jaladhar Jas Hatyo Abhita। Soee Raavan Tas Harih Sita॥
As Prastar Sam Hriday Tumhaara। Dharm Khandi Mam Patihi Sanhaara॥
Yahi Kaaran Lahee Shraap Hamaara। Hove Tanu Paashaan Tumhaara॥
Suni Hari Turatahi Vachan Uchaare। Diyo Shraap Bina Vichaare॥
Lakhyo Na Nij Karatooti Pati Ko। Chhalan Chahyo Jab Paarvati Ko॥
Jadmati Tuhu As Ho Jadaroopa। Jag Mah Tulsi Vitap Anoopa॥
Dhagv Roop Ham Shaaligraama। Nadi Gandaki Beach Lalaama॥
Jo Tulsi Dal Hamahi Chadh Ihai। Sab Sukh Bhogi Param Pad Paihai॥
Binu Tulsi Hari Jalat Shareera। Atishay Uthat Sheesh Ur Peera।
Jo Tulsi Dal Hari Shir Dhaarat। So Sahasr Ghat Amrit Daarat॥
Tulsi Hari Mann Ranjani Haari। Rog Dosh Dukh Bhanjani Haari॥
Prem Sahit Hari Bhajan Nirantar। Tulsi Radha Mein Naahi Antar॥
Vyanjan Ho Chhappanhu Prakaara। Binu Tulsi Dal Na Harihi Pyaara॥
Sakal Teerth Tulsi Taru Chhaahi। Lahat Mukti Jan Sanshay Naahi॥
Kavi Sundar Ik Hari Gun Gaavat। Tulsahi Nikat Sahasgun Paavat॥
Basat Nikat Durbasa Dhaama। Jo Prayaas Te Poorv Lalaama॥
Paath Karahi Jo Nit Nar Naari। Hohi Sukh Bhashahi Tripuraari॥

॥ Tulsi Chalisa Doha ॥


Tulsi Chalisa Padhihi Tulsi Taru Grah Dhaari।
Deepdaan Kari Putra Phal Paavahi Bandhyahu Naari॥
Sakal Dukh Daridra Hari Haar Hvai Param Prasann।
Aashiy Dhan Jan Ladahi Grah Basahi Poorna Atra॥
Laahi Abhimat Phal Jagat Mah Laahi Poorna Sab Kaam।
Jee Dal Arpahi Tulsi Tanh Sahas Basahi Hariraam॥
Tulsi Mahima Naam Lakh Tulsi Soot Sukhram।
Maanas Chalisa Rachyo Jag Mahan Tulsidas॥

॥ Iti Shri Tulsi Chalisa Sampurnam ॥

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Importance of Tulsi Chalisa : तुलसी चालीसा का महत्त्व

तुलसी चालीसा का पाठ आपका जीवन बदल सकता हैं। देवउठनी एकादशी या कहे उत्पन्ना एकादशी पर तुलसी विवाह सम्पूर्ण विधि विधान से किया जाता जाता है।

  • तुलसी चालीसा का पाठ जीवन मैं सुख शांति और समृद्धि ले कर आता हैं।
  • तुलसी माता विष्णु भगवान को भी प्रिय हैं इसीलिए लक्ष्मी माँ के साथ विष्णु भगवन का भी आशीष मिलता हैं।
  • तुलसी के पोथा घर मैं जितना हरा भरा होता हैं जीवन का सुख का प्रतिक माना जाता हैं।
  • तुलसी के पौधे पर मंजरी आती हैं जिसके घर में मंजरी तुलसी पर आती हैं उनके घर धन व सुबह समाचार आने वाला होता हैं।
  • तुलसी चालीसा पाठ के बाद तुलसी आरती जरूर करना चाहिए। कहा जाता हैं तुलसी आरती से तुलसी पूजन सम्पूर्ण हो जाता हैं।

MahaShivratri

Disclaimer: दोस्तों सीता चालीसा (Sita Chalisa) पढ़ने से होने वाली सारी जानकारी इंटरनेट सोर्सेज के माध्यम से ली गयी है। जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। धर्मकहानी का उद्देश्य सटीक सूचना आप तक पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता सावधानी पूर्वक पढ़ और समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इस जानकारी का उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। अगर इसमें आपको कोई गलती लगाती है तो कृपया आप हमें हमारे ऑफिसियल ईमेल पर जरूर बताये।

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