श्री सत्यनारायण जी आरती (Shri Satyanarayan bhagwan Ki Aarti) श्री सत्यनारायण जी व्रत का महत्व (Shri Satyanarayan bhagwan Vrat Ka Mahatv) स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । … जन पातक हरणा ॥ … स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । रत्न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै । नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥
सत्यनारायण भगवान की महिमा बहुत ही अनुपम हैं। भगवान श्री सत्यनारायण जी की कथा तो सभी ने सुनी होगी जिसमे भगवान सत्यनारायण जी के व्रत का महत्त्व बताया गया हैं। जब किसी भी व्यक्ति के जीवन में कोई मुसीबत आती हैं या समस्या आती हैं तब सत्यनारायण भगवान का व्रत एक चमत्कार की तरह होता हैं।
Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti Hindi :श्री सत्यनारायण जी आरती
Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti in Hindi में निचे दिया दी गयी हैं। उम्मीद करते हैं की आपको श्री सत्यनारायण जी आरती Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti आपके जीवन में सुख शांति प्रदान करें।
जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
सत्यनारायण स्वामी,जन पातक हरणा ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
रत्न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै ।
नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
प्रकट भये कलि कारण, द्विज को दर्श दियो ।
बूढ़ा ब्राह्मण बनकर, कंचन महल कियो ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
दुर्बल भील कठारो, जिन पर कृपा करी ।
चन्द्रचूड़ एक राजा, तिनकी विपत्ति हरी ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
वैश्य मनोरथ पायो, श्रद्धा तज दीन्ही ।
सो फल भोग्यो प्रभुजी, फिर-स्तुति कीन्हीं ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
भाव भक्ति के कारण, छिन-छिन रूप धरयो ।
श्रद्धा धारण कीन्हीं, तिनको काज सरयो ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
ग्वाल-बाल संग राजा, वन में भक्ति करी ।
मनवांछित फल दीन्हों, दीनदयाल हरी ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
चढ़त प्रसाद सवायो, कदली फल, मेवा ।
धूप दीप तुलसी से, राजी सत्यदेवा ॥
ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
श्री सत्यनारायण जी की आरती, जो कोई नर गावै ।
ऋद्धि-सिद्ध सुख-संपत्ति, सहज रूप पावे ॥
जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।
सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा ॥
Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti Ka Mahatv :श्री सत्यनारायण जी आरती का महत्त्व
Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti Ka Mahatv :श्री सत्यनारायण जी आरती के बिना सत्यनारायण व्रत अधूरा रहता हैं। आइये जानते हैं श्री सत्यनारायण आरती का महत्व ( Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti Ka Mahatv)।
- भगवान सत्यनारायण जी की आरती करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- श्री सत्यनारायण जी आरती भगवान विष्णु की कृपा पाने का एक अच्छा तरीका है।
- श्री सत्यनारायण जी की आरती (Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti) करने से घर में धन और समृद्धि की वृद्धि होती है।
- श्री सत्यनारायण जी की आरती करने से भगवान सत्यनारायण की कृपा से सभी बाधाएं और समस्याएं दूर होती हैं।
- श्री सत्यनारायण जी की आरती करने से आत्मिक शांति और मानसिक संतुष्टि प्राप्त होती है।
- श्री सत्यनारायण जी की आरती करने से सफलता और वृद्धि मिलती है।
- श्री सत्यनारायण जी की आरती (Satyanarayan Bhagwan Ki Aarti) करने का शुभ समय 7 से 8 बजे के बीच।
धर्मकहानी :- धर्म कहानी पर हम धर्म से जुडी जानकारी आपके साथ साझा करते हैं। यह सत्य कोई नहीं नकार सकता की इस कलयुग में भक्ति ही एक ऐसा मार्ग है जो हमें मुक्ति दिला सकता हैं इसीलिए हम सनातन धर्म की रक्षा के लिए आपके साथ भगवान की लीलाये , चालीसा , आरती तथा कहानियाँ साझा करते हैं। यदि आप भी धर्म से जुडी कोई जानकारी जानना चाहते हैं कमेंट में जरूर बताये। धन्यवाद।
Disclaimer: यह जानकारी इंटरनेट सोर्सेज के माध्यम से ली गयी है। जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। धर्मकहानी का उद्देश्य सटीक सूचना आप तक पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता सावधानी पूर्वक पढ़ और समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इस जानकारी का उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। अगर इसमें आपको कोई गलती लगाती है तो कृपया आप हमें हमारे ऑफिसियल ईमेल पर जरूर बताये।
चेक फेसबुक पेज
बहुत- बहुत धन्यवाद